जीवाश्म किसे कहते हैं ? जीवाश्म की आयु काल किस प्रकार ज्ञात की जाती है |
सामान्यतः जीव जंतुओं की मृत्यु के बाद उनका अपघटन हो जाता है किसी कारणवश किसी जीव की मृत्यु के बाद वह किसी चट्टान के नीचे आ जाता है तो उसका अपघटन नहीं हो पाता है और खुदाई में मिला अवशेष जीवाश्म कहलाता है | जीवाश्म की आयु को 2 विधि द्वारा ज्ञात की जाती है - 1. एक सापेक्ष विधि 2. फॉसिल डेटिंग विधि सापेक्ष विधि :- इस विधि में जीवाश्म कितना पुराना है और कितना नया इसका अध्ययन खुदाई के आधार पर किया जाता है खुदाई में सबसे पहले मिले अवशेष को जो जो ऊपरी स्टेप के निकट होते हैं उन्हें नया जीवाश्म माना जाता है जबकि उत्तरोत्तर गहराई में मिले जीवाश्म अपेक्षाकृत अधिक पुराने होते हैं | फॉसिल डेटिंग विधि :- यह एक वैज्ञानिक विधि है इस विधि में जीवाश्म की आयु का अध्ययन उनमें उपस्थित किसी तत्व के समस्थानिक के अनुपात को ज्ञात करके पता की जाती है |
मनुष्य में लिंग निर्धारण को समझाइए ?
मनुष्य लैंगिक जनन करने वाला प्राणी है जिसके नर में विषम युग्मकी X व Y गुणसूत्र पाया जाता है मादा में सम युग्मकी X व Y गुणसूत्र पाया जाता है जब नर का X गुणसूत्र मादा के किसी भी गुणसूत्र से संयोग करता है तो मादा जीव का निर्माण होता है और यदि नर का Y गुणसूत्र मादा के किसी भी गुणसूत्र से संयोग करता है तो नर जीव का निर्माण होता है लिंग का निर्धारण नर द्वारा होता है लेकिन योगदान नर व मादा दोनों का बराबर होता है |
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